सोयाबीन प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत होने के साथ-साथ विटामिन A,B,D,E, कार्बोहाईड्रेट मिनरल्स, कैलशियम, आयरन से भी भरपूर है जो कि हमारे शरीर के विकास के लिए आवश्यक है।
- सोया-आहार में अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन होने के कारण यह कई बीमारियों में, जैसे-दिल का दौरा, उच्च रक्तचाप, छाती का कैंसर, हड्डियों की बीमारी, हड्डियों का कैंसर आदि में अत्यंत लाभदायक सिद्ध होता है।
- गर्भवती महिलाओं तथा बढ़ते बच्चों के लिए भी यह अत्यंत ही लाभकारी होता है।
- विभिन्न अध्ययनों में यह पाया गया है कि सोयाबीन के सेवन मात्र से ही स्तन व गदूद का कैंसर होने के आसार 50 प्रतिशत तक कम हो जाते हैं और कोलेस्ट्रोल जो दिल की बीमारी का मुख्य कारण है, उसकी मात्रा लगभग 21 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
- हड्डियों में कैल्शियम पाया जाता है। लेकिन इस कैल्शियम की कुछ मात्रा शरीर से मूत्र के द्वारा बाहर निकलती रहती है और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। सोया युक्त आहार इस प्रकार होने वाली कैल्शियम की क्षति को पूरा करता है। यह हड्डियों को शक्ति प्रदान करता है। यह गठिया के रोगियों के लिए दवाई का कार्य करता है।
- सोया-आहार गुर्दे के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- सोया-आहार शरीर की रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसमें उपलब्ध खनिज स्मरण शक्ति में वृद्धि करते हैं।
- इसका सेवन महिलाओं में मासिक धर्म सम्बंधी समस्याओं को भी कम करने में सहायक होता है।
- यह लोहा, कैल्शियम, फॉस्फोरस व फाइबर का बहुत अच्छा स्त्रोत है।
- इसमें विटामिन B-1, B-2, B-3, B-6, E और फोलिक एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- माँस, मछली, अंडा व अन्य दूसरी दालों से अधिक मात्रा में (लगभग 3-4 गुणा ) प्रोटीन सोया में पाया जाता है।
- पलेटलेट्स की वृद्धि करके कैंसर के मरीजों में खून का निर्माण बढ़ाता है।
- शारीरिक वजन को संतुलित रखने में मदद करता है।
- प्रोटीन का उच्च स्त्रोत होने के कारण जख्म जल्दी भरता है।
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